Traditional Knowledge Digital Library to preserve Indian Ancient Knowledge

tkdl

 

Very innovative method of preserving the Indian Ancient Knowledge.

 

पारम्परिक ज्ञान का आंकिक संग्रहालय (Traditional Knowledge Digital Library)

मुक्त ज्ञानकोष विकिपीडिया से

पारम्परिक ज्ञान का आंकिक संग्रहालय या ‘ट्रेडिशनल नॉलेज डिजिटल लाइब्रेरी’ भारत के परम्परागत ज्ञान का आंकिक संग्रहालय है। इसमें मुख्यत: औषधीय पौधों एवं औषधियों के निर्माण की विधि का संग्रह है। सम्प्रति यह अंग्रेजीजर्मनफ्रेंचजापानीस्पेनी आदि भाषाओं में उपलब्ध है।

परिचय

परम्परागत ज्ञान अंकीय पुस्तकालय (टीकेडीएल) वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी एवं पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय तथा आयुष विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का एक सहयोगपूर्ण उद्यम तथा अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट कार्यालयों में भारत से सम्बद्ध परम्परागत ज्ञान का गलत प्रयोग रोकने का पहला भारतीय प्रयास है। टीकेडीएल ने आयुर्वेद, यूनानी, सिद्ध और योग के संस्कृत, हिंदी, अरबी, फारसी, उर्दू और तमिल में तीन करोड़ 40 लाख ए-4 आकार वाले पृष्ठों में संजोए परम्परागत चिकित्सकीय ज्ञान को वैज्ञानिक रूप से परिवर्तित और योजनाबद्ध करके भाषा और प्रारूप की रुकावटें मिटा दी हैं। उसने सूचना प्रौद्योगिकी के उपकरणों तथा नवीन वर्गीकरण प्रणाली-परम्परागत ज्ञान संसाधन वर्गीकरण (टीकेआरसी) की मदद से इस सामग्री का अनुवाद अंग्रेजी, जापानी, फ्रांसीसी, जर्मन और स्पेनिश जैसी पांच अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में किया गया है। आज, भारत टीकेडीएल के माध्यम से नीम और हल्दी जैसे करीब 2.45 लाख चिकित्सकीय संरूपों को संरक्षित करने में सक्षम है। अधिगम (गोपनीयता) समझौते के तहत आठ अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट कार्यालयों को टीकेडीएल तक पहुंचा दी गई है जिनमें यूरोपीय पेटेंट कार्यालय (ईपीओ), भारतीय पेटेंट कार्यालय, जर्मन पेटेंट कार्यालय (जीपीओ), यूनाइटेड किंगडम इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस (यूकेपीटीओ), यूनाइटेड स्टेट्स पेटेंट एंड ट्रेडमार्क ऑफिस (यूएसपीटीओ), कनाडियन इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी ऑफिस (सीआईपीओ), आईपी ऑस्ट्रेलिया और जापान पेटेंट कार्यालय (जेपीओ) शामिल हैं। टीकेडीएल टीम द्वारा दाखिल तीसरे पक्ष के पर्यवेक्षण के आधार पर अब तक अमेरिका, ब्रिटेन, स्पेन, इटली, चीन आदि की औषधि निर्माता कम्पनियों के 53 आवेदन या तो खारिज किए जा चुके है या वापस ले लिए जा चुके हैं/रद्द कर दिए गए हैं या टीकेडीएल डाटाबेस में मौजूद सूचना के आधार पर बिना किसी खर्च के और तीसरे पक्ष के पर्यवेक्षण दर्ज किए जाने के कुछ ही हफ्तों के भीतर उन्हें निष्क्रिय पेटेंट आवेदन घोषित कर दिया गया है, जबकि पेटेंट को रद्द कराने में चार से 13 साल तक कानूनी जंग लड़नी पड़ती है। गलत पेटेंट दिए जाने के मामले को टीकेडीएल द्वारा नवीन, उपयोगी और कारगर ढंग से रोके जाने पर गौर करते हुए कई देशों और संगठनों ने अपने यहां मौजूद मॉडल की जगह टीकेडीएल लागू करने की इच्छा व्यक्त की है। वैश्विक समुदाय सहित विश्व बौद्धिक सम्पदा संगठन ने बौद्धिक सम्पदा अधिकार और परम्परागत ज्ञान के क्षेत्र में भारत की अग्रणी भूमिका स्वीकार की है।

http://www.tkdl.res.in
http://www.tkdl.res.in/tkdl/langdefault/common/Abouttkdl.asp?GL=Eng

 

TED Patricia Ryan: Ideas in All Languages not just English

patriciaryan

 

Patricia Ryan has presented quite a different thought against the normal thought prevalent these days. I also believe in this thought process that one should learn many languages but basic learning is most efficient in our first language. Hence unnecessarily one should not force themselves to achieve something which is actually not required.

Please read this post to understand my thoughts on this http://iadhyan.com/how-to-improve-spoken-english/

आज इस  TED के विडियो को देख कर मेरा विश्वास और पक्का हो गया है की हमें अपनी भाषा में हे सोचना चाहिए क्योंकि वो ही हमें आगे ले जा सकती है|

http://www.ted.com/talks/lang/hi/patricia_ryan_ideas_in_all_languages_not_just_english.html

Arvind Gupta making Educational Toys from Trash

अरविंद गुप्ता: बेकार सामान से शिक्षा-उपयोगी खिलौने बनाना

Video
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In today’s world, when everyone is running after money, there are some people who are truly serving the society. Arvind Gupta is one of them who is making “Educational Toys from Trash” to make learning fun for children.

http://www.ted.com/talks/lang/hi/arvind_gupta_turning_trash_into_toys_for_learning.html

http://www.arvindguptatoys.com/films.html

http://www.arvindguptatoys.com/

Shri Narendra Modi Speaking in Hindi at the JETRO Investment Seminar in Tokyo, Japan

NarenderModiJapan

श्री नरेन्द्र मोदी JETRO इन्वेस्टमेंट सेमिनार टोक्यो जापान

सब बातो के अलावा, ध्यान देने वाली बात है की आज भी “हिंदी” जिन्दा है| बहुत से लोग तो आज भारत में भी हिंदी बोलने में शरमाते है पर कुछ ही लोग है जो दुसरे देश में हिंदी में बोल कर आत्म सम्मान और बढ़ाते हैं|

Dr E Sreedharan the man behind success of Delhi Metro

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डॉ . श्रीधरन, दिल्ली मेट्रो
अगर आपको नहीं पता की डॉ . श्रीधरन कौन है तो इसे पढ़िए: http://thegreatindianpoliticalcircus.blogspot.in/2009/07/blog-post_11.html
आज विद्यार्थी अपना समय पता नहीं कैसी कैसी चीजों में लगा देते है पर काश कोई तरीका होता के उन्हें ऐसे विडियो देखने को मिलते जिनसे वो भी अच्छी अच्छी चीज़े सीख लेते|

1 of 14 – Delhi Metro has brought about a change in social attitude of people.MP4

http://www.youtube.com/watch?v=QUhfFJIUx34

More videos on: http://www.youtube.com/user/pitstop4performers/videos?query=Dr+E.+Sreedharan

 

SecurityTube: Hacking and Computer Security Tutorials

This has really good tutorial on Computer Security.  Mr. Vivek Ramachandran (owner) is a great trainer. He covers the difficult concept in easy to understand language.

 

Samskrita Bharati spreading Sanskrit as Spoken Language

SamskritBharati

http://samskritabharati.in/

वैसे तो पूरा विडियो ही बहुत अच्छा है सबसे अच्छा मुझे ये भाग लगा जहाँ शास्त्री जी संस्कृत बोल रहे (2min 9sec)है और जैसे उन्होंने कहा वो समझने में आसान है| एक और बात इनके कैंप आपके आस पास भी चल रहे होंगे तो बस उनकी वेबसाइट पर जा कर अपना नाम लिखवा दीजिये

Samidha Group for free Computer Education in Hindi

samidha

आज के समय सम्पूर्ण संसार मे शायद ही कोई ऐसा इन्सान बचा होगा जो किसी न किसी रूप से कंप्यूटर या उससे होने वाले कामो से न जुड़ा हो. आज कंप्यूटर ने साक्षरता का परिभाषा ही बदल कर रख दिया है. आज के समय जो कंप्यूटर नहीं जानता उससे निरक्षर कहा जाता हैं.

हम्रारे देश मे लगभग आधी से ज्यादा आबादी हिंदी, लिख बोल और समझ सकती हैं. परन्तु अधिकांश लोगो के मन मे कंप्यूटर को लेके एक धारणा बनी हुई है की कंप्यूटर केवल वही लोग इस्तेमाल कर सकते है जो इंग्लिश जानते है. उनकी यह धारणा पूर्णता गलत भी नहीं है. अगर बस ४-५ वर्ष पहले की बात करे तो उस समय कंप्यूटर पर इंग्लिश का ही बोल-बाला था. हिंदी के उपयोग के लिए अलग से फॉण्ट डाउनलोड करना पड़ता था. इसके वाबजूद भी केवल हिंदी लिखा जा सकता था हिंदी मे कंप्यूटर को निर्देश नहीं दिया जा सकता था. परन्तु आज यह बातें एक मिथ्या बन कर रह गयी हैं. अब हम कंप्यूटर को पूर्णताः हिंदी मे इस्तेमाल कर सकते है. जरूरत हैं तो सिर्फ एक सही मार्गदर्शन की.

हमारे इस ब्लॉग का उद्देश्य उन लोगो तक कंप्यूटर शिक्षा को पहुँचाना है जिन्हें इंग्लिश समझने मे समस्या होती हैं ताकि वो भी तकनीकों का पूरा फ़ायदा उठा पाए. हमने इस ब्लॉग को कंप्यूटर के शुरुवाती अध्याय से प्रारम्भ किया है. आशा है यह ब्लॉग आपको सम्पुर्ण सहयोग प्रदान करेगा.

http://samidhafoundation.wordpress.com/

कम्पयूटर से परिचय कंप्यूटर और उसका महत्व
पर्सनल कम्प्यूटर कम्प्यूटर की पीढ़ी
कम्प्यूटर अपना काम कैसे करता है ? कम्प्यूटर की विशेषताएँ
कम्प्यूटर की मूल इकाईयॉं आस्की (ASCII) कोड क्या होता है
हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर विभिन्न अंक प्रणाली
मैमोरी युक्तियॉ (Memory Device) सॉफ्टवेयर के प्रकार
कम्पाइलर और इन्टरप्रिटर सिंगल यूजर और मल्टीयूजर
मल्टी प्रोसेसिंग और मल्टी टास्किंग कम्प्यूटर वायरस
ऑपरेटिंग सिस्टम आपरेटिंग सिस्टम की विशेषताए
आपरेटिंग सिस्टम के प्रकार कम्प्यूटर नेटवर्क
डाटा,  प्रक्रिया और सूचना क्या है? इन्टरनेट
कंप्यूटर और मानवीय मस्तिष्क कंप्यूटर और विद्युत धारा
बाइनरी नंबर रूपान्तरण कंप्यूटर भाषा
कंप्यूटर लोजिक (तर्कशस्ति) सूचना प्रौद्योगिकी युग और हिंदी का बढ़ता वर्चस्व
कंप्यूटर ब्लॉक आरेख कंप्यूटर बूटिंग
डी.ओ.स. –डोस (डिस्क ऑप्रेटिंग सिस्टम) ग्राफिकल यूज़र इंटरफेस
पर्सनल कंप्यूटर की हार्डवेयर संरचना कंप्यूटर माउस की विस्तृत जानकारी
विंडोज एक्सपीकी प्राम्भिक जानकारी विन्डोज़ की आन्तरिक/बाह्य एप्लिकेशन (सोफ्टवेयर)
विन्डोज़ का एसेसरीज मेनू डेटा संचार (Data Communication)
डेटा कम्यूनिकेशन माध्यम कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार
नेटवर्क टोपोलॉजी   मोड्युलेशन
डेटा ट्रांसमिशन सेवा नेटवर्क इंटरफेस कार्ड / वायरलेस तकनीक
मोडेम (MODEM- Modulator Demodulator)
इन्टरनेट सॉफ्टवेयर या वेब ब्राउजर
इन्टरनेट कैसे काम करता हैं?
इन्टरनेट के लिए आवश्यक उपकरण
मोबाईल पर इन्टरनेट प्रारम्भ करना
मोबाईल से कंप्यूटर पर इंटरनेट चलाना
ब्रोड्बैंड कनेक्शन प्रारम्भ करना
इन्टरनेट का उपयोग 
इन्टरनेट एड्रेस (पता) या डोमेन नेम  प्रचलित डोमेन एवं उनसे जुड़े क्षेत्र 

Mathemagic by Bawa: Pythagoras Theorem

bawa_pythagoras

Maths आज कल बहुत ही complicated way में बच्चो को पढाया जाता है| उसका result यह है की बच्चो को maths से डर लगने लगता है| इस विडियो में बावा Pythagors Theorem (Bodhayan Permya)  का proof दिखायेंगे| अगर आपको यह समझ आ जाता है तो सोचिये के बाकी के subjects भी अगर ऐसे ही पढाये जाये तो कितना अच्छा होगा|

http://www.youtube.com/watch?v=sv2iHQIpZW8

एक और बात, प्याथागोरस से करीब 2०० साल पहले भारत में इसे सुल्भा सूत्र या बोधायन परमय के नाम से जाना जाता था| इसका मतलब इसे प्याथागोरस द्वारा खोज की गयी Theorem कहना गलत होगा|

These days Maths is taught in very complicated way. Hence students find it difficult to understand. In the video, Bawa is teaching Pythagoras Theorem(Baudhayana Sulbasutra). If you liked this then just think that others subject could also be made easy.

One more thing, around 200 years before Pythagoras, this was known as “Baudhayana Sulbasutra” in India. Hence saying it Pythagoras Theorem is not appropriate.

Pythagoras-bodhayanSutra

Dream of having professional Education in native language

hindiengineeringmbbs

हिंदी में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग की पढाई

ये समाचार तो एक दम ख्वाब की तरह लगता है| अगर ऐसा हो पाए तो इससे बड़ा सौभाग्य तो विद्यार्थियों और भारत के लिए तो हो ही नहीं सकता|

# हम कराएँगे हिंदी में एमबीबीएस और इंजीनियरिंग की पढाई : शिवराज सिंह चौहान
# We will provide quality Professional education in Hindi : Shivraj Singh Chauhan

मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में एम बी बी एस और इंजीनियरिंग जैसे व्यावसायिक विषयों की पढाई हिंदी में कराने का अभूतपूर्व निर्णय लिया है। सरकार के इस ऐतिहासिक निर्णय की घोषणा स्वयं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य के उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में की।

In Eng : We will provide quality Professional education in Hindi
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि “प्रदेश के मेधावी युवा केवल अंग्रेजी न जानने के कारण पीछे रह जाते हैं। लेकिन अब हम एम बी बी एस, इंजीनियरिंग तथा अन्य व्यावसायिक विषयों की पढाई हिंदी में करवाएंगे। चीन और जापान जैसे देश अपने छात्रों को संपूर्ण शिक्षा सदा से उनकी मातृभाषा में देते आये हैं, जब उन देशों के युवा किसी से कम नहीं, तो भला हमारे युवा भला कैसे पीछे छूट जायेंगे ? हमें विश्वास है कि हिंदी में डिग्री ले कर प्रदेश के युवा भी देश-दुनिया में भारत का नाम रोशन करेंगे।”

मुख्यमंत्री ने ये बातें उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने अधिकारीयों को निर्देश दिए कि हिंदी विश्वविद्यालय की स्थापना के कार्य में तेज़ी लायी जाए। उन्होंने कहा की हम किसी भाषा का विरोध नहीं कर रहे, परन्तु केवल कोई भाषा न जाने के कारण कोई बच्चा आगे न बढ़ पाए, यह चिंतनीय बात है। हम चाहते हैं की हिंदी भाषा विश्वविद्यालयी शिक्षा में क्रांति की अग्रदूत बनकर उभरे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रस्तावित विश्वविद्यालय के लिए भोपाल से १५ किलोमीटर दूर रायसेन के गाँव खुर्द में भूमि का चयन कर लिया गया है और इस में कुलपति की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव भी राज्यपाल को भेज दिया गया है।

यहाँ उल्लेखनीय है की स्वामी रामदेव भी पिछले कई वर्षों से व्यावसायिक शिक्षा हिंदी में देने की व्यवस्था करने ले लिए संघर्ष कर रहे हैं।