Maths आज कल बहुत ही complicated way में बच्चो को पढाया जाता है| उसका result यह है की बच्चो को maths से डर लगने लगता है| इस विडियो में बावा 6,7,8,9 numbers का multiplication method दिखायेंगे| अगर आपको यह समझ आ जाता है तो सोचिये के बाकी के subjects भी अगर ऐसे ही पढाये जाये तो कितना अच्छा होगा|
Part I- Live Coaching Demo at IIC International Coaching Conference, 29th June 2011, New Delhi
Part II- Live Coaching Demo at IIC International Coaching Conference, 29th June 2011, New Delhi
Part III- Live Coaching Demo at IIC International Coaching Conference, 29th June 2011, New Delhi
Part IV- Live Coaching Demo at IIC International Coaching Conference, 29th June 2011, New Delhi
अभी ये Power Coaching के विडियो देखे| देख कर लगा की जो भी मेरे दिमाग में चल रहा है वैसे ही में विडियो में देख रहा हु| मुझे लगता है जो भी लोग कुछ नया करना चाहते होंगे उन्हें कभी न कभी इस सोच से गुजरना पड़ा होगा| चारो विडियो बहुत ही अच्छे हैं| हालांकि विडियो पूरे नहीं है तो आखिर तक का विडियो में नहीं है पर फिर भी चारो विडियो को देख कर अच्छा लगा|
मुझे हमेशा से यह लगता है की स्कूल में ही इन सब चीज़े को हमें सीखा देना चाहिए| बाकी विषय जो हम पढ़ते है वो तो कुछ हद तक ही काम आते हैं पर यह सब तो हमेशा ही काम आएगा|
[English]
Just saw these videos on Power Coaching. While watching these I felt that I am seeing what ever I feel. I think most of the people who are trying something different must have gone through similar thought process. I liked all four videos. Although videos are not complete but still I liked it.
I always think that all this should be part of school education. What we learn in school is only useful to some extent but this knowledge of coaching is what we ALWAYS need.
This is a nice story about managing failures and showing leadership qualities
आज विद्यार्थी अपना समय पता नहीं कैसी कैसी चीजों में लगा देते है पर काश कोई तरीका होता के उन्हें ऐसे विडियो देखने को मिलते जिनसे वो भी अच्छी अच्छी चीज़े सीख लेते
http://www.youtube.com/watch?v=4S1njCqEvCQ
नीचे इससे कहानी को कार्टून के रूप में दीखाया गया है| वैसे तो मुझे डॉ. कलाम से सुनना ज्यादा अच्छा लगा पर फिर भी बच्चो को शायद कार्टून ज्यादा पसंद आये
This contains video tutorial of most of the school subjects. Mr. Khan has put great effort to create these videos. It covers almost all the subjects in school having topics from all the classes.
भारतीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर सबसे अच्छी तरह से शोध श्रृंखला जो कभी बनाया है|. प्रोफेसर यशपाल के नेतृत्व में निर्मित और रचनात्मक फिल्मकार चंदिता मुखर्जी द्वारा निर्देशित| पूरी श्रृंखला को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, भारत सरकार द्वारा कुछ 15 साल के विभाग द्वारा वित्त पोषित किया गया|
The most well researched series on Indian Science & Technology ever made. Made under the leadership of Prof Yashpal and directed by creative filmmaker Chandita Mukherji. The whole series was funded by the Department of Science & Technology, Government of India some 15 years. This is a 13 video series.
ये वीडियो देखने में तो मजाक सा लगता है पर बहुत से लोगो के जीवन की कडवी सच्चाई को भी व्यक्त करता है| वो सच्चाई है कि हिंदी मीडियम से पढने वालो को क्या क्या मुश्किलें झेलनी पड़ती है|
आज कल इंग्लिश आना बहुत जरूरी हो गया है| अगर आपको इंग्लिश नहीं आती तो बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है| पढाई में हिंदी-मीडियम के छात्रो की मुश्किलों के अलावा आज कल तो और भी बहुत सारे कारण है इंग्लिश सीखने के| आप होटल में जाओ तो इंग्लिश, आप सिनेमा देखने जाओ तो इंग्लिश| और तो और मम्मी पापा को बच्चो के स्कूल में जाने में भी हिचकिचाहट होती है अगर इंग्लिश ना आती हो तो| धीरे धीरे आत्मविश्वास कम होता जाता है|
तो मन में रह रह के ख़याल आता है की ENGLISH तो जरूर आनी चाहिए| अब इंग्लिश कैसे सीखे| कुछ लोग तो फिर से ENGLISH GRAMMAR की किताब उठा कर पढना शुरू कर देते है पर कुछ समय में ही मन भर जाता है और काम बीच में ही छूट जाता है| तो फिर क्या तरीका है इंग्लिश सीखने का?
मैं आपको एक ऐसा तरीका बताऊंगा, जो थोडा महंगा है| हाँ सही सुना थोडा सा महंगा है| आप उसका दाम सुनना चाहेंगे? दो महीने के कोर्से के 25 रूपये लगेंगे| जी हाँ अपने सही सुना| सिर्फ 25 रूपये| है ना महंगा तरीका 🙂
तो अब सुनिए तरीका क्या है| आज कल जो इंग्लिश ज्यादातर बोली जाती है वो GRAMMAR के हिसाब से accurate नहीं होती| इसीलिए आपको Grammar थोड़ी कम भी आये तो भी चलेगा| मेरा मतलब यह नहीं है के गलत बोले पर बस यह के Grammar एकदम सही बोलना प्राथमिक काम नहीं है| प्राथमिक काम है इंग्लिश को बोलना| बोलने का काम हमारी जीभ करती है और उसे इंग्लिश बोलने की आदत नहीं है| तो बस आप ये कीजिये की अपनी जीभ को इंग्लिश बोलने की ट्रेनिंग दीजिये| इसको करने का तरीका है की “The Hindu” अखबार लिया और रोज़ उसे ऊँची आवाज़ में 1-2 घंटे पढ़ा| गला सूखने लग जाता है तेज़ तेज़ बोलने से पर फिर भी पढ़ते रहना| मतलब समझ आये तो ठीक और ना भी आये तो भी ठीक| ये जरूर है की यह उनको मदद करेगा जिन्हें थोड़ी तो इंग्लिश आती है पर सच्चाई यह है की आज कल थोड़ी थोड़ी इंग्लिश तो हम सबको आती है| मुश्किल आती है इंग्लिश वाक्य बनाने में| मैंने खुद ये करके देखा दो महीने तक और मुझे तो बहुत फायदा हुआ| पर हाँ आपको यह दो महीने तक कम से कम करना पड़ेगा| हो सकता है बीच में ही असर न दिखने पर मन बदलने लगा पर जैसे की मैंने कहा, असर दिखना शुरू ही दो महीने बाद होता है|
और हाँ 25 रूपये इसलिए लगेंगे क्योंकि आपको तो इंग्लिश अखबार पढना है तो एक अखबार 7-8 दिन तक चल जाता है| 8 अख़बार में ही आपके 2 महीने हो जायेंगे जो करीब 25 रूपये से कम में ही आयेंगे|
आप मुझे जरूर बताना की आपको इससे फायदा हुआ या नहीं| और हाँ अगर आपके पास बेहतर तरीका हो तो जरूर बताना|
How to study subjects in English and understand them better?
Many people think that why would somebody understand the concept in their native language? Specially when in current environment English is very essential. Actually I know the value of English these days. It is required in every phase of our life. In city like Delhi, one can survive if he/she does not know Hindi but one can Not survive if he/she does not know English. Basic sign board on road are also in English only.
But my motto is truly captured in below mentioned response. I hope it make sense to you.
ये पोस्ट किन किन पर्श्नो का उत्तर है – This post can answer following questions:
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हिंदी व्याकरण अब सीखना बहुत आसान है कक्षा 6 से लेकर 12 तक पढाई जाने वाली हिंदी व्याकरण आप विडियो को देख कर सीख सकते हैं अपने प्रश्न पूछ सकते हैं और विचार व्यक्त भी कर सकते हैं तो आओ और अपनी मात्र भाषा में और भी निपुण होने की ठान लो
ये विडियो बहुत ही अच्छे है| इनको देख कर विद्यार्थी विषय के बारे में अपनी समझ को और बेहतर बना सकते है| Content is available on below mentioned subjects.